मात्र 10 महीने की शिशु “ज्योति” के दिल के ऑपरेशन के लिए आगे आए कुणाल षाडंगी, नाम्या स्माइल फाउंडेशन के माध्यम से ब्रह्मानंद अस्पताल में होगा ऑपरेशन

जमशेदपुर: मुसाबनी के केंदाडीह जानेगोरा गांव के फलूश हांसदा की 10 महीने की मासूम ज्योति हांसदा के दिल का ऑपरेशन अब ब्रह्मनंद अस्पताल में ही हो जाएगा। राहत की बात है कि परिजनों को बच्ची को लेकर जमशेदपुर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। बता दें कि पूर्व विधायक सह भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी की पहल पर नाम्या फाऊंडेशन ने केरल के कोच्चि में ऑपरेशन की व्यवस्था के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। इसी बीच कुणाल षाड़ंगी के प्रयास से जमशेदपुर के ब्रह्मनंद अस्पताल में ही इलाज का रास्ता साफ हो गया है।नाम्या फाऊंडेशन की ओर से जानकारी दी गई कि बच्ची की जांच के बाद अस्पताल प्रबंधन ने बच्ची के ऑपरेशन की हामी भर दी है। इस ऑपरेशन का खर्च नाम्या फाऊंडेशन वहन करेगा। नाम्या फाऊंडेशन के प्रतिनिधि पूर्णेंदू पात्रा ने ये जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नाम्या फाऊंडेशन की कोशिश है कि आयुष्मान कार्ड भी बनवा दिया जाए। फिलहाल परिवार के पास न तो राशन काड है और न ही आयुष्मान कार्ड।

ज्ञात हो कि आंगनबाड़ी सेविका द्वारा उचित ध्यान न देने से बच्ची की तबियत के बारे में परिजनों को काफी देर से जानकारी हुई कि बच्ची के साथ कुछ समस्या है। तबियत बिगड़ने पर परिजन पहले घाटशिला और फिर जमशेदपुर के ब्रह्यानंद आए और तब पता चला कि बच्ची के दिल में छेद है।जबकि आंगनबाड़ी सेविका ने अपनी रिपोर्ट में बच्चे को सामान्य बताया था।इसी बीच जादूगोड़ा की एक महिला ने प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह नाम्या स्माइल फाउंडेशन के संस्थापक और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को इस मामले की जानकारी दी।कुणाल षाड़ंगी ने नाम्या फाऊंडेशन के माध्यम से मदद का बीड़ा उठाया था। कुणाल ने पीड़ित परिवार के घर का कल ही दौरा भी किया और परिजनों से तमाम जानकारियां एकत्र करके मदद का भरोसा दिलाया था। कुणाल ने आश्वस्त किया था कि नाम्या फाऊंडेशन बच्ची के चिकित्सा का खर्च उठाएगा। आज ये संभव भी हो गया और ब्रह्यानंद अस्पताल में चिकित्सा शुरू भी हो गई। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि नाम्या और अन्य माध्ययों से जरूरतमंदों को लगातार यथासंभव मदद किया जाएगा लेकिन जरूरतमंदों तक सरकारी सुविधा पहुंचे इसके लिए जिला प्रशासन को बेहतर मॉनिटरिंग करने की जरुरत है ताकि प्रत्येक गरीब जरूरतमंद के पास राशन और आयुष्मान कार्ड रहे।

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