छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में लाइन टावर पर काम करने के दौरान रामगढ़ जिले के चार श्रमिकों की मृत्यु की खबर प्राप्त होने पर सूबे के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने त्वरित संज्ञान लेते हुए मृतक मजदूरों के पार्थिव शरीर को लाने का निर्देश दिया, जिसके उपरांत राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के प्रयास से शव वापस लाया जा रहा है। इस मामले में कंपनी ने तीन एम्बुलेंस के खर्च और प्रति व्यक्ति 50 हजार की सहायता राशि दी है। वहीं मृतकों के परिजनों को मुआवजा के लिए कंपनी प्रबंधन से बातचीत जारी है। फिलहाल 50 हजार सहायता राशि दी गयी है।
“बनत बनत बन जाए” — एक एक कदम चलते हुए, लक्ष्य को पाना।लाहिड़ी महाशय ने…
प्रसिद्ध एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक द्वारा 10-09-2025 को छठी अनुसूची और लद्दाख को राज्य का दर्जा…
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार के खेल विभाग में…
चास (बोकारो) के युवा उद्यमी और नेता संजय रजक आज पहचान के मोहताज नहीं है।…
‘प्रेम ही ईश्वर है’ यह केवल किसी कवि की उद्दात कल्पना के रूप में नहीं…
भारत के बच्चों ने अपने बचपन में जितनी भी कहानियां सुनी हैं, उनमें से महाभारत…