ये है 78 वर्षीय बालिका डोमिन जो चंदनकियारी प्रखंड के गम्हरिया में रहती है। अकेली महिला है, और असहाय है। मार्च, 2018 तक उन्हे वृद्धावस्था/विधवा पेंशन मिलता था, पर अचानक कैसे उन्हे मृत घोषित कर दिया गया, और तब से किसी प्रकार जीवन यापन कर रही। कही से कुछ मिल जाता है उसी से गुजारा कर रहीं। आखिर उन्हे मृत घोषित कैसे किया गया?
स्थानीय युवक अमित कुमार सिंह के माध्यम से न जाने कितनी बार प्रखंड कार्यालय गई, जितने भी कागजात मांगे गए सब जमा किए गए पर कुछ नही हुआ। स्थानीय मुखिया से मिली, जो खुद महिला है, पर वो भी उनका निवारण करने की कोशिश नही की। अन्य लोगो से भी मदद मांगी पर तीन साल बीत गए अब तक उनका पेंशन पुनः शुरू नही हो पाया है। उन्होंने इसके लिए स्थानीय विधायक अमर बाउरी के पीए से भी मदद मांगी पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इस वृद्धावस्था में बिना कोई सहारे के वो किस प्रकार अपना जीवन यापन करे? महिला मृत कैसे घोषित हुई यह भी बहुत बड़ा सवाल है? विभाग के गलतियों से हुई या अन्य कोई कारण से? यह तो जांच का विषय है, पर स्थानीय विधायक और प्रशासन को इस महिला की शीघ्र मदद करनी चाहिए ताकि किसी प्रकार ये गुजर बसर कर सके।
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