कांची नदी पर बने इस पुल का निर्माण हमारे हाथी उड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जी एवं मोदी जी के डबल इंजन की सरकार के दौरान हुआ था।
‘यह घटना भ्रष्टाचार की एक बेहतरीन मिसाल पेश करती है’, जिसमे मोदी जी का विकास और जनता के टैक्स के पैसे, दोनों ही नदी में बहते हुए नज़र आ रहे है।
यह निश्चित है कि भाजपा के झारखण्ड राज में कमीशनखोरी एवं पैसों का बंदरबाट हुआ है, जिनका उपयोग कर उन्होंने म•प्र, कर्नाटक और अन्य राज्यों में विधायक ख़रीदे तथा लोकतंत्र की हत्या कर अपनी सरकार की स्थापना कर दी।
पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार ने कहा कि इस मामले में हेमंत सोरेन जी द्वारा उच्च-स्तरीय जाँच का आदेश दिया जाना एक स्वागत योग्य कदम है। इससे जनता के पैसो को लूटने वालो का पर्दा फाश होगा। उम्मीद है इस जांच में बनाए गए अभियुक्त, किसी भी अफसर को बिना डराए धमकाए, इस जांच का हिस्सा बनेंगे।
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