योगदा सत्संग परंपरा के परमगुरुओं में से एक योगावतार लाहिड़ी महाशय के अविर्भाव का स्मरणोत्सव 30 सितंबर को योगदा आश्रम, रांची में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्मरणोत्सव की शुरुआत सुबह डेढ़ घंटे के विशेष सामूहिक ध्यान से हुई और फिर सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक ब्रह्मचारी एकत्वानंद और विवेक ने भक्ति संकीर्तन किया, जिसमें गुरु पूजा के दौरान कार्यक्रम में भाग लेने वाले भक्त शामिल हुए। संकीर्तन के बाद वहां मौजूद भक्तों व संन्यासियों को प्रसाद वितरित किया गया। इस आयोजन में लगभग 200 श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
इस विशेष दिन का उत्सव शाम को तीन घंटे के ध्यान के साथ समाप्त हुआ, जहाँ स्वामी अमेयानंद ने लाहिड़ी महाशय के कुछ उपाख्यानों और शिक्षाओं को पढ़ा। ध्यान और क्रिया योग पर अधिक जानकारी के लिए: yssofindia.org
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार के खेल विभाग में…
चास (बोकारो) के युवा उद्यमी और नेता संजय रजक आज पहचान के मोहताज नहीं है।…
‘प्रेम ही ईश्वर है’ यह केवल किसी कवि की उद्दात कल्पना के रूप में नहीं…
भारत के बच्चों ने अपने बचपन में जितनी भी कहानियां सुनी हैं, उनमें से महाभारत…
“पौराणिक कथाओं में जिस प्रकार गंगा ने स्वर्ग से पृथ्वी पर उतरकर अपने तृषातुर भक्त…
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज भाजपा की आगामी 20 सितंबर…