भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने रांची सेवा सदन अस्पताल के तोड़े जाने के आदेश को अमानवीय और अलोकतांत्रिक बताया है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन लगातार गरीबों पर अत्याचार कर रहा है। भारी बरसात में गरीबो के घर तोड़े जा रहे ।दूसरी ओर दिन रात गरीबों की सेवा में जुटा शहर का प्रसिद्ध और पुराना अस्पताल तोड़ने का आदेश दिया जा रहा। जो अस्पताल सेवा भाव से चलने वाला शहर का अस्पताल है जिसमे लाखों लोग लाभान्वित हुए हैं। कोरोना काल मे सेवा सदन ने गरीबों और जरूरतमंदों की पूरी सेवा की। जहां प्रतिदिन मामूली शुल्क पर सैकड़ों मरीजों का चिकित्सीय परामर्श दिया जाता है। ऐसे में इस अस्पताल को तोड़ने का आदेश देकर राज्य सरकार ने गरीबों से चिकित्सा सुविधा छीनने का आदेश दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि भवन निर्माण की विसंगतियों को जनहित में सरकार ठीक करने का निर्णय ले सकती है न कि भवन को तोड़ कर चिकित्सा सुविधा को बर्बाद करने की।
उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधिकारी को निगम एक्ट के तहत काम करना चाहिये।परंतु यहां लग रहा कि अधिकारी राज्य सरकार के इशारे पर जनविरोधी निर्णय ले रहे।
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