✍️ Anit Kumar Singh
हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ क्षेत्र के निवासी सुकर माझी के पुत्र बाबूराम सोरेन जो मरूतानिया देश के किसी कंपनी में कार्यरत थे, उनका करीब एक सप्ताह पहले इलाज के दौरान मौत हो गई और अब तक उनका शव उनके परिजनों को भारत में नहीं मिल सका है। इस संबंध में स्व बाबूराम सोरेन के परिजनों ने हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा से इस मामले में हस्तक्षेप कर जल्द से जल्द शव को स्वदेश लाने और उस कंपनी से उचित मुआवजा दिलवाने की मांग की थी। इसके अलावे कुछ और लोग भी इस कार्य में लगे थे। इसी बीच अखबार में खबर छपने के बाद डुमरी के एक युवा सुनील महतो ने बहरागोड़ा के पूर्व विधायक एवं वर्तमान में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल सारंगी से सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर आग्रह किया कि स्वर्गीय बाबूराम सोरेन के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है अतः उनके शव को यथाशीघ्र भारत लाने की कोशिश की जाए। इसकी जानकारी मिलने पर कुणाल ने तुरंत रविवार को मरूतनिया में हाई कमिशन और विदेशी मामलों के प्रवक्ता अरिंदम बागची समेत अन्य विदेश मामलो के अधिकारियों से संपर्क साधा और स्वर्गीय बाबूराम सोरेन के शव को यथाशीघ्र भेजने की प्रार्थना की।
कुणाल के रविवार के ट्वीट के बाद सोमवार 27 सितंबर को माली और मारूतानिया एंबेसी ने इस संबंध में ट्वीट कर बाबूराम सोरेन के मृत्यु पर शोक संवेदना प्रकट की और बताया कि मृतक के परिवार से संपर्क साधा गया है और नियोक्ता और स्थानीय अथॉरिटी से भी संपर्क साध कर मृतक का शव जल्दी भेजने की कार्यवाही की जा रही है।
इस जवाब के बाद भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल सारंगी ने आशा जताई है कि जल्द से जल्द स्वर्गीय बाबूराम सोरेन का शव उनके परिजनों के पास पहुंच सकेगा और साथ ही कंपनी द्वारा उचित मुआवजा भी मिलेगा।
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