जमशेदपुर निवासी निशांत (नाम बदला हुआ) विगत कुछ दिनों से टीएमएच में इलाजरत थे, उनकी स्थिति बिगड़ने के कारण उन्हें ICU वार्ड में शिफ्ट कर उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। इलाज के दौरान उनका कुल बिल ₹2,94,000 हो गया था, परिजनों ने किसी तरह ₹1,50,000 रूपए जमा कराये और पूर्व सांसद डॉ अजय से मामले में हस्तक्षेप करने को कहा।
डॉ अजय ने त्वरित संज्ञान लेते हुए अस्पताल प्रबंधन को फ़ोन कर स्थिति का जायजा लिया और परिजनों को यह आश्वाशन दिया की वे उनके साथ खड़े है।
इस दौरान दुर्भाग्यपूर्ण गुरूवार को मरीज़ की मृत्यु हो गई, उनके परिजन शेष बिल चुकाने में असमर्थ थे बिल जमा नहीं होने के कारण प्रबंधन ने शव को रोक दिया था। डॉ अजय ने अस्पताल प्रबंधन से बात कर शेष ₹1,44,000 का बिल माफ़ कर परिजनों को पार्थिव शरीर दिलवाया।
“बनत बनत बन जाए” — एक एक कदम चलते हुए, लक्ष्य को पाना।लाहिड़ी महाशय ने…
प्रसिद्ध एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक द्वारा 10-09-2025 को छठी अनुसूची और लद्दाख को राज्य का दर्जा…
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार के खेल विभाग में…
चास (बोकारो) के युवा उद्यमी और नेता संजय रजक आज पहचान के मोहताज नहीं है।…
‘प्रेम ही ईश्वर है’ यह केवल किसी कवि की उद्दात कल्पना के रूप में नहीं…
भारत के बच्चों ने अपने बचपन में जितनी भी कहानियां सुनी हैं, उनमें से महाभारत…