आर्ट ऑफ़ लिविंग की अनूठी लयबद्ध साँस प्रक्रिया – सुदर्शन क्रिया का अनुभव दिल्ली पब्लिक स्कूल के छात्रों ने किया
धनबाद: दी आर्ट ऑफ लिविंग की मेधा योग-1 कार्यशाला के दूसरे दिन, दिल्ली पब्लिक स्कूल धनबाद के छात्रों ने मन की शांति, एकाग्रता स्तर में वृद्धि का अनुभव किया। इस कार्यशाला में कक्षा 8वीं, 9वीं और 10वीं के छात्र भाग ले रहे हैं, जहां वे सुदर्शन क्रिया- एक अनूठी लयबद्ध श्वास तकनीक, कुछ प्राणायाम, योगासन को सहज रूप से सीखें। खेल और नैतिक मूल्यों के साथ बच्चो ने दूसरे दिन का अनुभव प्राप्त किया।
आर्ट ऑफ लिविंग की मेधा योग-1 कार्यशाला का आयोजन दिल्ली पब्लिक स्कूल के परिसर में हो रहा है। प्रधानाचार्य डॉ. सरिता सिन्हा को दी आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षिका सोनाली सिंह और प्रशिक्षक मयंक सिंह ने स्कूल प्रोग्राम के लिए सप्रथम प्रस्ताव दिए, तभी डाक्टर सिन्हा ने कहा “इस कार्यशाला की आवश्यकता सभी बच्चो के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि तनाव मुक्त बच्चे ही अपनी पूरी क्षमता के साथ खिलते हैं, यानी वे खुश, उत्साहीत, शांत व एकाग्र मन से सफल होते है।”
धनबाद में आर्ट ऑफ लिविंग चैप्टर के लिए कोरोना महामारी के बाद किसी भी स्कूल में यह पहली ऑफलाइन वर्कशॉप (स्कूल मेधा योग-1) है।
कार्यशाला का संचालन दी आर्ट ऑफ लिविंग की अनुप्रिया गुप्ता, सोनाली सिंह और मयंक सिंह द्वारा किया जा रहा है। इस कार्यशाला में संगीता गुहा, नेहा गर्ग, दीपाली शर्मा, शंपा बिस्वास आदि द्वारा स्वयंसेवा किया जा रहा है।